Bihar Property Registration: बिहार राज्य में अपनी निजी संपत्ति का स्वामित्व स्थापित करने और उस पर कानूनी सुरक्षा प्राप्त करने के लिए संपत्ति का पंजीकरण करना एक अनिवार्य एवं महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। वर्तमान समय में अगर हम अपनी संपत्ति का पंजीकरण नहीं कराते हैं, तो वह हमारी है, ऐसे कहने का हमारा कोई भी औचित्य नहीं होगा अर्थात उस पर लगाया गया कोई भी, किसी भी प्रकार का स्वामित्व का अधिकार गलत माना जाएगा।
इसलिए इस दशा में ऐसा अनिवार्य हो जाता है कि हम अपनी निजी संपत्ति का स्वामित्व स्थापित करने के लिए उसका पंजीकरण अवश्य कराएं। ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की हानि होने की स्थिति में सरकार द्वारा सहायता प्राप्त की जा सके और हमारे पास हमारे निजी संपत्ति का पंजीकरण हो और हम बिना किसी भय के रह सके।
बिहार राज्य में अपनी संपत्ति का पंजीकरण कैसे कराये? प्रक्रिया क्या है? इसमें आवेदन कैसे करें? कौन-कौन से महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? शुल्क कितना होगा? इन सभी प्रश्नों के जवाब जानने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े। क्योंकि इस लेख में हम आपको इन सभी प्रश्नों का बहुत ही आसानी से जवाब देने वाले हैं।
Bihar Property Registration Details (संपत्ति पंजीकरण विवरण)
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Bihar Property Registration क्यों महत्वपूर्ण है?
बिहार राज्य में रहने वाले लोगों के लिए अपनी निजी संपत्ति का स्थायित्व स्थापित करने और उसका पंजीकरण करवाना अति आवश्यक है। बिहार में संपत्ति का पंजीकरण करवाना कई कारणों से आवश्यक है। आइए जानते हैं कि पंजीकरण करवाना महत्वपूर्ण क्यों है –
- बिहार राज्य में पंजीकृत संपत्ति आपके स्वामित्व का एक ठोस सबूत है। यह भविष्य में होने वाले किसी भी विवाद को रोकने में आपकी मदद करता है। यह आपके लिए कानूनी स्वामित्व का प्रमाण होगा।
- बैंक, वित्तीय संस्थान या कहीं से भी ऋण प्राप्त करने के लिए अक्सर संपत्ति के पंजीकरण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। इस प्रकार संपत्ति के पंजीकृत दस्तावेज अगर हमारे पास होंगे तो हमें आसानी से लोन भी मिल सकता है।
- संपत्ति को बेचने या किसी को दान करने के लिए भी संपत्ति पंजीकरण दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए अगर हमने संपत्ति का पंजीकरण करवा रखा हो तो संपत्ति का हस्तांतरण करने में आसानी होती है।
- कई बार कुछ सरकारी सेवाओं में भी संपत्ति के पंजीकरण की आवश्यकता होती है।
- संपत्ति का पंजीकरण होने की अवस्था में हमारे पास संपत्ति का स्वामित्व का अधिकार होता है।
Property Registration of Bihar Process (प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन बिहार)
बिहार संपत्ति पंजीकरण एक बड़ी ही सरल प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया को हम कुछ आसान चरणों में आपको समझते हैं। इन चरणों का अनुसरण कर आप अपनी संपत्ति का पंजीकरण बड़ी ही सरलतापूर्वक कर सकते । आइए इन चरणों के बारे में जानते हैं –
दस्तावेजों का संग्रह
संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले हमें अपनी कुछ आवश्यक दस्तावेजों को इकट्ठा करना होगा।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- संपत्ति के मूल दस्तावेज (जैसी रजिस्ट्री या नामांतरण प्रमाण पत्र)
- संपत्ति कर की रसीदें
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- संपत्ति का बाजार मूल्य निर्धारण करने वाला प्रमाण पत्र
- वकील का हलफनामा
- विक्रेता का बिक्री विलेख (sale deed)
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स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क का भुगतान
संपत्ति के मूल्य का आपको स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने के लिए आप ऑनलाइन मोड (OGRAS पोर्टल) पर जाकर google pay/ paytm/ UPI या नेट बैंकिंग के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में उपस्थिति
बिहार संपत्ति पंजीकरण कराने के लिए आपको निर्धारित तिथि पर सब-रजिस्ट्रार (Sub-Registrar) कार्यालय में उपस्थित होना होगा। इस प्रक्रिया कि पूर्ति के लिए विक्रेता और क्रेता दोनों को उपस्थित रहना अनिवार्य है।
बायोमीट्रिक सत्यापन
सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में निर्धारित तिथि पर उपस्थित होकर, उपस्थिति के समय, विक्रेता और क्रेता दोनोें का बायोमीट्रिक सत्यापन (आधार कार्ड और बाकी सभी आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन) किया जाएगा।
संपत्ति पंजीकरण
सब रजिस्टार कार्यालय में क्रेता और विक्रेता दोनों के उपस्थित होने और सभी प्रकार के शुल्क भुगतान के बाद सब रजिस्टार आपके सभी दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। तत्पश्चात वह आपकी संपत्ति का पंजीकरण करेगा। वह आपको एक पंजीकृत बिक्री विलेख (Registered Sale Deed) प्राप्त होगी।
अतः इस प्रकार स्पष्ट है कि इन चरणों का अनुसरण कर आप बड़ी सरलता से ही अपनी संपत्ति का पंजीकरण कर सकते हैं।
ऑनलाइन संपत्ति पंजीकरण (Online Property Registration Bihar)
बिहार राज्य की सरकार ने बिहार संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा आमजन के लिए शुरू कर दी है। अब आप बिहार पंजीकरण विभाग की Official website के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर अपनी सम्पत्ति को पंजीकृत कर सकते है।
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प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन बिहार के लाभ
समय की बचत :- आपको अपनी संपत्ति का पंजीकरण कराने के लिए सब-रजिस्ट्रार कार्यालय के कई चक्कर में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। इस प्रकार यदि आप अपने प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करते हैं तो आपके समय की भी बजत होगी।
पारदर्शिता :- अगर आप अपनी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करते हैं तो इसमें आपको किसी भी प्रकार के फ़्रॉड का सामना नहीं करना पड़ेगा और इसमें पारदर्शिता भी बनी रहेगी। इसमें आपको रसीद भी प्राप्त होगी। जिसके माध्यम से आप प्रक्रिया को ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
सुविधा :- बिहार संपत्ति का पंजीकरण आप अपने घर बैठे बड़े ही आसानी से कर सकते हैं। अब जब आप अपने घर से ही बैठकर इस प्रक्रिया का आवेदन ट्रैकिंग कर सकेंगे तो आपको सब रजिस्टार कार्यालय के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे। जिससे आपके समय और पैसा दोनों की ही बचत होगी।
निष्कर्ष
बिहार संपत्ति पंजीकरण (Bihar Property Registration) एक बड़ी ही सरल और बिहार प्रदेश के लोगों के लिए एक उपयोगी प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के माध्यम से आप अपनी संपत्ति का स्वामित्व कानूनी रूप से अपने पास रखते हैं और यह भविष्य में होने वाले किसी भी विवाद से आपकी सुरक्षा करता है।
इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको आधार कार्ड क्रेता और विक्रेता का पेन कार्ड और संपत्ति से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है। जिनको आप सब रजिस्टार कार्यालय में जाकर पंजीकृत करवा सकते हैं और कानूनी रूप से सम्पत्ति पर अपना स्वामित्व प्राप्त कर सकते हैं।
आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए लाभप्रद है। ऐसी और जानकारी पाने के लिए YojanaSewa.com के साथ जुड़े रहे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बिहार में संपत्ति पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- संपत्ति के मूल दस्तावेज (जैसे रजिस्ट्री या नामांतरण प्रमाण पत्र)
- संपत्ति कर की रसीदें
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- संपत्ति का बाजार मूल्य निर्धारण प्रमाण पत्र
- वकील का हलफनामा
- संपत्ति का बिक्री विलेख (Sale Deed)
आप बिहार भू-अभिलेख की आधिकारिक वेबसाइट biharbhumi.bihar.gov.in पर जाकर अपनी संपत्ति का विवरण ऑनलाइन देख सकते हैं।
बिहार भू-राजस्व विभाग की वेबसाइट biharbhumi.bihar.gov.in पर जाकर ‘जमीन रिकॉर्ड’ टैब पर क्लिक करें। वहां अपनी जमीन का विवरण दर्ज करें और रजिस्ट्री की जानकारी प्राप्त करें। यह एक सरल और ऑनलाइन प्रक्रिया है।
यदि दाखिल खारिज नहीं होता है तो संपत्ति पर आपका स्वामित्व कानूनी रूप से सिद्ध नहीं हो पाएगा। भविष्य में किसी भी संपत्ति विवाद में आपको कानूनी सुरक्षा नहीं मिल सकेगी।