शेयर अलर्ट: ₹1/2 पर गिरा शेयर फिर भागा, FIIs ने झोंके करोड़ों

वर्रोक ने एक इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता के साथ हाई-वोल्टेज ई-पावरट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई करने का 8 साल का रणनीतिक अनुबंध जीता है. अनुबंध में पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, इनवर्टर, ऑनबोर्ड चार्जर और बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम जैसे महत्वपूर्ण कम्पोनेंट्स की आपूर्ति शामिल है, जिसका उत्पादन रोमानिया की फैक्ट्री में होगा. इस अनुबंध से वर्रोक को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत करने और वैश्विक यात्री वाहन इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में पकड़ बनाने में मदद मिलेगी. यह कंपनी के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है, जिससे ईवी पावरट्रेन और लाइटिंग समाधानों में लंबी अवधि की रणनीति को गति मिलेगी.

Highlights

ज़रूर, यहाँ लेख के मुख्य अंश बुलेट बिंदुओं में हैं:

* Varroc को EV OEM से हाई-वोल्टेज ई-पावरट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई का 8 साल का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला, जिससे ₹800 करोड़ वार्षिक आय होगी।
* Varroc पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, इन्वर्टर, चार्जर और बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम जैसे कम्पोनेंट रोमानिया से सप्लाई करेगी।
* यह कॉन्ट्रैक्ट Varroc की EV रणनीति को मज़बूत करता है और ग्लोबल मार्केट में पकड़ बढ़ाता है।
* Varroc EV और इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशन का ग्लोबल प्लेयर है, जिसके पास 37 मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं और 7 R&D सेंटर हैं।

ज़रूर, यहाँ हिंदी में एक पुन: लिखित संस्करण दिया गया है:

वर्रोक ने इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में मारी बाज़ी: 800 करोड़ का मेगा-कॉन्ट्रैक्ट!

इलेक्ट्रिक भविष्य की ओर एक बड़ा कदम

वर्रोक इंजीनियरिंग लिमिटेड ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को एक वैश्विक ईवी ओईएम (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) से हाई-वोल्टेज ई-पावरट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई करने का रणनीतिक अनुबंध मिला है। यह सौदा न केवल वर्रोक के लिए एक बड़ी जीत है, बल्कि भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

"यह जीत कंपनी की एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और EV इकोसिस्टम की समझ का प्रमाण है।" – ध्रुव जैन, सीईओ, बिजनेस-II, वर्रोक

सौदे की अहमियत

  • अनुबंध की अवधि: 8 साल
  • अनुमानित वार्षिक पीक क्षमता: ₹8000 मिलियन (₹800 करोड़)

यह कॉन्ट्रैक्ट बताता है कि वर्रोक आने वाले वर्षों में इलेक्ट्रिक पावरट्रेन व्यवसाय में भारी वृद्धि करने की राह पर है।

वर्रोक क्या देगा?

वर्रोक इस समझौते के तहत निम्नलिखित हाई-टेक ई-पावरट्रेन पैकेज सप्लाई करेगा:

  • पावर इलेक्ट्रॉनिक्स यूनिट
  • इन्वर्टर
  • ऑनबोर्ड चार्जर
  • बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस)
  • DC-DC कन्वर्टर

ये सभी कंपोनेंट्स वर्रोक की रोमानिया स्थित अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग सुविधा में बनाए जाएंगे और यहीं से भेजे जाएंगे।

वर्रोक की EV रणनीति को मिलेगा बढ़ावा

यह कॉन्ट्रैक्ट वर्रोक को निम्नलिखित क्षेत्रों में मदद करेगा:

  • ग्लोबल पैसेंजर व्हीकल इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करना
  • ईवी पावरट्रेन और लाइटिंग सॉल्यूशंस में अपनी लंबी अवधि की रणनीति को गति देना
  • ऑटोमोटिव ओईएम के लिए हाई-टेक सप्लायर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करना

वर्रोक पहले से ही इलेक्ट्रॉनिक्स, डिज़ाइन, सिस्टम इंटीग्रेशन और एडीएएस जैसी तकनीकों में बड़ा निवेश कर रहा है। यह सौदा कंपनी को इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा।

वर्रोक: एक नज़र में

  • FY25 में निरंतर व्यवसायों से ₹81,718 मिलियन की आय
  • 6,100+ कर्मचारी
  • 750 से अधिक R&D इंजीनियर
  • 37 ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं
  • 7 R&D सेंटर्स
  • 120 से ज्यादा पेटेंट

यह सब वर्रोक को ईवी और इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशन का एक ग्लोबल लीडर बनाता है।

"ऑटोमोटिव इंडस्ट्री तेजी से इलेक्ट्रिफिकेशन की ओर बढ़ रही है। ऐसे में हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग भी तेज़ी से बढ़ रही है और Varroc इस ट्रांज़िशन का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस करता है।" – ध्रुव जैन, सीईओ, बिजनेस-II, वर्रोक

यह आपके लिए क्या मायने रखता है?

यह सौदा न केवल वर्रोक के लिए, बल्कि उपभोक्ताओं और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। वर्रोक के उन्नत इलेक्ट्रिक वाहन कंपोनेंट्स से इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक किफायती, कुशल और विश्वसनीय बनाने में मदद मिलेगी। इससे अधिक लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण की रक्षा होगी।

आगे बढ़ें!

इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य के बारे में अधिक जानने के लिए आज ही वर्रोक की वेबसाइट पर जाएं। साथ ही, इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी के बारे में नवीनतम समाचारों और जानकारियों के लिए हमारे सोशल मीडिया चैनलों को फॉलो करें।

यह वर्रोक के लिए एक रोमांचक समय है, और हम आपको इस इलेक्ट्रिक क्रांति का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं!

FAQ

ज़रूर, यहाँ इस खबर पर आधारित 11 FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) हैं:

1. Varroc ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में क्या सफलता हासिल की है?

उत्तर: Varroc ने एक ग्लोबल इलेक्ट्रिक वाहन (EV) OEM (Original Equipment Manufacturer) के साथ हाई-वोल्टेज ई-पावरट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई करने का रणनीतिक अनुबंध जीता है.

2. यह कॉन्ट्रैक्ट Varroc के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

उत्तर: यह कॉन्ट्रैक्ट E-mobility बिजनेस में Varroc की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है. यह इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक में Varroc की तेजी से बढ़ती उपस्थिति का संकेत है.

3. Varroc इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत क्या सप्लाई करेगा?

उत्तर: Varroc एक पूरा हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रॉनिक्स पैकेज देगा, जिसमें पावर इलेक्ट्रॉनिक्स यूनिट, इन्वर्टर, ऑनबोर्ड चार्जर, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS), और DC-DC कन्वर्टर्स शामिल हैं.

4. यह कॉन्ट्रैक्ट कितने समय तक चलेगा?

उत्तर: यह कॉन्ट्रैक्ट 8 साल तक चलेगा.

5. इस कॉन्ट्रैक्ट की अनुमानित वार्षिक पीक क्षमता क्या है?

उत्तर: अनुमानित वार्षिक पीक क्षमता ₹8000 मिलियन (₹800 करोड़) तक की रहेगी.

6. इन कंपोनेंट्स का उत्पादन कहाँ होगा?

उत्तर: उत्पादन Varroc की रोमानिया स्थित अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग सुविधा से होगा.

7. इस कॉन्ट्रैक्ट से Varroc को क्या फायदे होंगे?

उत्तर: इस कॉन्ट्रैक्ट से Varroc ग्लोबल पैसेंजर व्हीकल इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करेगा, EV पावरट्रेन और लाइटिंग सॉल्यूशंस में अपनी लंबी अवधि की रणनीति को गति देगा, और ऑटोमोटिव OEMs के लिए हाई-टेक सप्लायर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा.

8. Varroc ने EV तकनीक में पहले से क्या निवेश किया है?

उत्तर: Varroc ने पहले से ही इलेक्ट्रॉनिक्स, डिज़ाइन, सिस्टम इंटीग्रेशन और एडीएएस जैसी तकनीकों में बड़े निवेश किए हैं.

9. Varroc का वार्षिक राजस्व क्या है?

उत्तर: FY25 में निरंतर व्यवसायों से ₹81,718 मिलियन की आय हुई.

10. Varroc में कितने कर्मचारी हैं?

उत्तर: Varroc में 6,100 से अधिक कर्मचारी हैं, जिनमें 750 से अधिक R&D इंजीनियर शामिल हैं.

11. Varroc के पास कितनी मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं और R&D सेंटर हैं?

उत्तर: Varroc के पास 37 ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं और 7 R&D सेंटर हैं.

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