भारत का बड़ा पलटवार! 18 रफाल जेट्स कश्मीर में, पाकिस्तान में धुआं धुआं 🔥🇮🇳

आज हम एक ऐसे मुद्दे पर बात करने वाले हैं जिसने न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है। ये मुद्दा सीधे तौर पर जुड़ा है हमारी सुरक्षा से, हमारी ताकत से और उस बदलती हुई तस्वीर से जहाँ भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि दुश्मन को उसकी हद भी बताता है। आप सब ने शायद सुना होगा, या सोशल मीडिया पर देखा होगा, या खबरों में पढ़ा होगा… राफेल! जी हाँ, वही राफेल जिसने पाकिस्तान की नींदें हराम कर दी हैं।

आज हम सिर्फ राफेल की तकनीकी बातें नहीं करेंगे, वो तो आपको बहुत जगह मिल जाएंगी। हम बात करेंगे उस अंदाज की, उस दम की, जो राफेल भारत को देता है। हम बात करेंगे उस भरोसे की, जो आज हर भारतीय को अपनी सेना पर है। और हम बात करेंगे उस खौफ की, जो हमारे दुश्मनों के दिलों में घर कर गया है।

आपने शायद हाल ही में हुई कुछ घटनाओं के बारे में सुना होगा, पहलगाम में जो कायराना हमला हुआ। जनरल मुनीर के आतंकी प्यादों ने बेकसूरों का खून बहाया। उस वक्त हर भारतीय का खून खौल उठा था। लेकिन क्या आप जानते हैं, उस हमले के बाद पाकिस्तान में हड़कंप क्यों मचा? क्यों पाकिस्तान कांप रहा है? इसका सीधा जवाब है – राफेल!

आज भारत वो पुराना भारत नहीं है, जो सिर्फ इंतजार करता था। आज भारत वो भारत है जो पुलवामा का बदला लेने के लिए बालाकोट में घुसकर मारता है। और तब हमारे पास राफेल नहीं था। सोचिए, जब हमारे पास राफेल नहीं था, तब हमने ऐसा कर दिखाया, तो आज जब हमारे पास ये ‘गेम चेंजर’ है, तो क्या हो सकता है?

आज राफेल की मिसाइलें, जो 300 किलोमीटर दूर तक वार कर सकती हैं, पाकिस्तान के लिए किसी तलवार से कम नहीं हैं, जो उनके सिर पर लटक रही है। बिना उनकी हवाई सीमा में घुसे, हम उनके घर में घुसकर तबाही मचा सकते हैं। उनका राजधानी इस्लामाबाद भी आज राफेल के दायरे में है। ये डर सिर्फ दिखावा नहीं है, ये डर उनके सिस्टम में समा चुका है।

और ये सिर्फ राफेल की कहानी नहीं है। ये कहानी है नए भारत की, जो अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। जिसने ना सिर्फ अपनी ताकत बढ़ाई है, बल्कि अपनी रणनीति भी बदली है। अब वो दौर नहीं रहा जब दुश्मन हमला करके बच निकलता था। अब हर हमले का जवाब मिलेगा, और ऐसा मिलेगा कि इतिहास याद रखेगा।

दोस्तों, जब हमने इस विषय पर गहराई से रिसर्च की और देखा कि बाकी एक्सपर्ट्स, डिफेंस एनालिस्ट्स और टॉप यूट्यूबर्स इस बारे में क्या बात कर रहे हैं, तो कुछ बातें बहुत साफ होकर सामने आईं।

सबसे पहला और सबसे आम बिंदु जो हर जगह बताया जा रहा है, वो है राफेल की तकनीकी श्रेष्ठता। पाकिस्तान के पास जो मुख्य लड़ाकू विमान हैं, जैसे F-16, JF-17, उनके मुकाबले राफेल कई मामलों में मीलों आगे है। राफेल का राडार सिस्टम इतना पावरफुल है कि वो दुश्मन के विमानों को बहुत दूर से ही डिटेक्ट कर सकता है, जबकि दुश्मन को पता भी नहीं चलेगा। ये ‘फर्स्ट लुक, फर्स्ट शॉट, फर्स्ट किल’ की क्षमता देता है, यानी दुश्मन को देखने से पहले, उस पर हमला करने की क्षमता।

दूसरा बड़ा पॉइंट है मिसाइल कैपेबिलिटी। खासकर मीटियोर (Meteor) और स्कैल्प (SCALP) मिसाइलें। मीटियोर एक बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) है जिसकी रेंज 150 किलोमीटर से ज़्यादा बताई जाती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ये मिसाइल F-16 के AIM-120 AMRAAM मिसाइल से कहीं ज्यादा बेहतर है। स्कैल्प एक क्रूज मिसाइल है जिसकी रेंज 300 किलोमीटर तक है। यह दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को, गहरी जमीन के अंदर छिपे बंकरों को भी सटीकता से निशाना बना सकती है। टॉप वीडियोस इस बात पर जोर देते हैं कि ये मिसाइलें पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती हैं।

तीसरा बिंदु है राफेल का मल्टी-रोल होना। यह सिर्फ एक लड़ाकू विमान नहीं है। यह एक साथ हवाई लड़ाई (Air-to-Air), जमीन पर हमले (Air-to-Ground), टोही मिशन (Reconnaissance), इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग और यहाँ तक कि परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। यह क्षमता इसे किसी भी मिशन के लिए तैयार करती है, जिससे भारतीय वायुसेना की flexibilidad (लचीलापन) और मारक क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।

चौथा महत्वपूर्ण पहलू है भारत की डिफेंसिव और ऑफेंसिव क्षमता का बढ़ना। राफेल सिर्फ हमला करने के लिए नहीं है, यह भारत के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा भी मजबूत करता है। टॉप वीडियोस अक्सर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का भी जिक्र करते हैं, जो भारत ने रूस से खरीदा है। S-400 एक साथ कई टारगेट को मार गिराने में सक्षम है, जिसमें लड़ाकू विमान, ड्रोन और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि राफेल और S-400 का कॉम्बिनेशन भारत को एक अभेद्य सुरक्षा कवच देता है, जिससे पाकिस्तान जैसे देशों के लिए भारत पर हवाई हमला करना लगभग नामुमकिन हो जाता है।

और आखिर में, जो बात हर जगह उभर कर आती है, वो है मनोवैज्ञानिक बढ़त। राफेल का आना सिर्फ 36 या 18 या 18+ विमानों की संख्या बढ़ाना नहीं है। यह एक संदेश है। एक संदेश पाकिस्तान को और दुनिया को कि भारत अब पुरानी सोच के साथ नहीं चलता। भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए अत्याधुनिक हथियार हासिल करने और उनका इस्तेमाल करने से हिचकिचाएगा नहीं। बालाकोट एयर स्ट्राइक एक उदाहरण था जब राफेल नहीं था, लेकिन नए भारत का दम दिखा। अब राफेल के साथ, ये दम और बढ़ गया है।

इन सभी पॉइंट्स को मिलाकर, बाकी वीडियोस ये बताते हैं कि राफेल ने भारत को वो ताकत दी है जिससे वो न सिर्फ किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर दुश्मन को उसके घर में घुसकर जवाब भी दे सकता है। यह वाकई में भारतीय वायुसेना के लिए एक गेम चेंजर साबित हुआ है।

दोस्तों, कहानी की शुरुआत होती है उस दर्द से, उस धोखे से जो पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत को देने की कोशिश की। पहलगाम में मासूमों का खून बहाया गया। यह सिर्फ एक हमला नहीं था, यह भारत की संप्रभुता को चुनौती थी। जनरल मुनीर के वो आतंकी प्यादे, जो सोचते थे कि कुछ जानें लेकर वो बच निकलेंगे, उन्होंने शायद नए भारत के इरादों को कम आँका था।

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आप जानते हैं, जब भी ऐसा कोई हमला होता है, हर भारतीय का दिल दुखता है, गुस्सा आता है। लेकिन इस बार, दुख और गुस्से के साथ एक नया भाव जुड़ा था – भरोसा। भरोसा हमारी सेना पर, भरोसा हमारी सरकार पर और भरोसा हमारी उस बढ़ती हुई ताकत पर जिसका एक सबसे बड़ा प्रतीक है – राफेल।

वीडियो में आपने सुना, “उसका बदला अब राफेल देगा।” ये सिर्फ कहने की बात नहीं है। ये एक संकल्प है। एक वादा है। पहलगाम की उस खून से सनी धरती ने ये तय कर दिया कि अब भारत सिर्फ शोक नहीं मनाएगा, बल्कि हिसाब लेगा। और ये हिसाब ऐसा होगा, जो दुनिया देखेगी।

क्यों राफेल? क्योंकि राफेल सिर्फ एक विमान नहीं है। यह उस नई रणनीति का हिस्सा है जहाँ भारत ने तय कर लिया है कि अब दुश्मन को उसकी भाषा में ही जवाब देना होगा। वो भाषा जो ताकत समझती है। वो भाषा जो ये जानती है कि भारत के साथ टकराने का अंजाम क्या होता है।

पाकिस्तान शायद अब भी 1965 या 1971 के भारत में जी रहा है। जहाँ वो अपनी हरकतों से हमें परेशान कर सकता था। लेकिन अब वक्त बदल गया है। भारत बदल गया है। और इस बदलाव की सबसे बुलंद आवाज है राफेल।

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में जो हड़कंप मचा है, जो डर है, वो इसी राफेल का है। उन्हें पता है कि अब भारत के पास वो हथियार है जो उन्हें वहीं बैठकर मार सकता है। उन्हें पता है कि अब कोई भी कायराना हरकत उन्हें महंगी पड़ सकती है। वो डर, वो खौफ, अब उनके सिस्टम में समा चुका है।

क्या आपको याद है, जब पुलवामा हमला हुआ था? हमारे जवानों की शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया था। तब भारत ने जवाब दिया था – बालाकोट एयर स्ट्राइक से। हमने उनकी सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। और तब हमारे पास राफेल नहीं था। सोचिए, बिना राफेल के हमने ये कर दिखाया। तो आज, जब हमारे पास ये आसमान का सिकंदर है, तो भारत क्या कुछ नहीं कर सकता!

पाकिस्तान के वो जनरल, वो आतंकी सरगना, जो मासूमों की जान को अपनी राजनीतिक चालों का मोहरा बनाते हैं, उन्हें अब यह समझना होगा कि उनके दिन लद गए हैं। राफेल उनकी हर चाल को फेल करने के लिए तैयार है। वो सोचते थे कि बच निकलेंगे? अब उनकी तलाश राफेल करेगा। और वीडियो में साफ कहा गया है – “जब राफेल तलाश करता है, तो टारगेट ज़िंदा नहीं बचते।”

ये कहानी की शुरुआत है। कहानी उस ताकत की, उस संकल्प की जो भारत ने पहलगाम के जख्म के बाद लिया है। और इस कहानी का हीरो है – राफेल।

अब बात करते हैं उस ताकत की, जिसने पाकिस्तान के होश उड़ा रखे हैं। सिर्फ एक या दो नहीं, पूरे 18 राफेल आज पाकिस्तानी सीमा के करीब अपनी सांसें तेज कर चुके हैं। उनकी गर्जना ही दुश्मन के होश उड़ा देने के लिए काफी है। वीडियो में आपने उन्हें गिना था ना? एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, पांच नहीं, दस नहीं… पूरे अठारह! और ये सिर्फ शुरुआत है।

राफेल को सिर्फ खरीदा नहीं गया है, इसे रणनीतिक तौर पर तैनात किया गया है। अंबाला एयरबेस, जो पाकिस्तान सीमा के काफी करीब है, वहाँ राफेल की पहली स्क्वाड्रन तैनात की गई है। यहाँ 18 राफेल विमान हैं, जो पश्चिमी मोर्चे पर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए हर वक्त तैयार हैं।

लेकिन भारत की चुनौती सिर्फ पश्चिमी सीमा पर नहीं है। चीन के साथ लगने वाली पूर्वी सीमा भी संवेदनशील है। इसीलिए, राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन हशिमारा एयरबेस पर मौजूद है।

यह स्क्वाड्रन खासकर पूर्वोत्तर सेक्टर को कवर करती है। यानी, भारत ने अपनी हवाई ताकत को इस तरह बांटा है कि वो एक साथ दोनों मोर्चों पर प्रभावी तरीके से काम कर सके।

और ये भी अंत नहीं है। भारत की रणनीति और भी आगे की है। भविष्य में तीन और एयरबेस पर राफेल की तैनाती की रणनीति तैयार की जा रही है।

इसका मतलब क्या है? इसका मतलब है कि आने वाले समय में भारत के लगभग हर कोने से राफेल दुश्मन को निशाना बनाने में सक्षम होगा। चाहे वो पाकिस्तान हो या चीन, कहीं भी दुश्मन सुरक्षित महसूस नहीं कर पाएगा।

राफेल की तैनाती सिर्फ संख्या बढ़ाना नहीं है, यह एक पूरी रणनीति है। यह सुनिश्चित करना है कि भारत की हवाई प्रतिक्रिया इतनी तेज और इतनी घातक हो कि दुश्मन सोचने पर मजबूर हो जाए। अंबाला से चंद मिनटों में राफेल पाकिस्तान की हदों में आग बरसा सकता है।

इसका मतलब है कि यह कई तरह के मिशन को अंजाम दे सकता है। हवा से हवा में दुश्मन विमानों को मार गिराना हो, जमीन पर दुश्मन के ठिकानों को तबाह करना हो, या समुद्र में ऑपरेशन करना हो, राफेल हर जगह माहिर है।

मीटियोर (Meteor): ये एक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसकी रेंज 150 किलोमीटर से ज़्यादा है। यह दुश्मन के फाइटर जेट्स के लिए सबसे बड़ा खतरा है। लंबी दूरी से ही ये उन्हें लॉक करके तबाह कर सकती है।

स्कैल्प (SCALP): ये एक क्रूज मिसाइल है। इसकी रेंज 300 किलोमीटर तक है। इसका इस्तेमाल जमीन पर मौजूद दुश्मन के अहम ठिकानों को निशाना बनाने के लिए होता है। पाकिस्तान के अंदरूनी हिस्सों में मौजूद आतंकी कैंप, कमांड सेंटर, या कोई भी टारगेट स्कैल्प की जद में है। और सबसे बड़ी बात – इसे लॉन्च करने के लिए राफेल को पाकिस्तानी एयरस्पेस में घुसने की जरूरत नहीं है। यह पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा को भेदने की क्षमता रखती है।

हैमर (HAMMER): यह खासकर पहाड़ी इलाकों में छिपे आतंकियों के ठिकानों को सटीकता से तबाह करने के लिए डिज़ाइन की गई है। जो बंकर या गुफाएं बाकी मिसाइलों से बच सकती हैं, हैमर उन्हें ढूंढकर खत्म कर देती है।

यह वेपन सिस्टम राफेल को वाकई में ‘आसमान का सिकंदर’ बनाता है। इसकी स्पीड भी बेमिसाल है। यह मैक 1.8 (ध्वनि की गति से 1.8 गुना तेज) की रफ्तार से उड़ सकता है, जो 2500 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज़्यादा है।

इस रफ्तार और इन मिसाइलों के कॉम्बिनेशन का मतलब है कि दुश्मन को बचने का मौका नहीं मिलेगा। राफेल आएगा, अपना काम करेगा और वापस चला जाएगा, और दुश्मन को पता भी नहीं चलेगा कि क्या हुआ।

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राफेल की इस ताकत और उसकी रणनीतिक तैनाती ने भारत को एक नई ऊंचाई दी है। यह सिर्फ एक विमान नहीं, यह भारत की मजबूत इच्छाशक्ति का प्रतीक है।

दोस्तों, राफेल की ताकत सिर्फ उसकी मिसाइलों या स्पीड में नहीं है, बल्कि उसकी ‘आँखों’ और ‘दिमाग’ में भी है। राफेल के रडार और सेंसर इतने एडवांस हैं कि वो दुश्मन की हर हरकत पर पैनी नज़र रख सकते हैं। सोचिए, दुश्मन कहीं भी छुपा हो, कोई भी चाल चल रहा हो, राफेल का रडार उसे ढूंढ निकालेगा।

और सबसे कमाल की बात ये है कि राफेल ये सब कुछ खुद को एक्सपोज किए बिना कर सकता है। यानी दुश्मन को पता भी नहीं चलेगा कि उसे ट्रैक किया जा रहा है। यह क्षमता किसी भी हवाई युद्ध में निर्णायक साबित हो सकती है। दुश्मन अंधेरे में होगा, और राफेल उजाले में।

लेकिन भारत की रक्षा सिर्फ राफेल तक सीमित नहीं है। भारत ने अपनी सुरक्षा के लिए एक अभेद्य कवच तैयार किया है, जिसका एक और मजबूत स्तंभ है S-400 एयर डिफेंस सिस्टम।

अगर पाकिस्तानी फौज ने पलटवार की हिमाकत की, तो उसे जवाब मिलेगा S-400 से।”

S-400 को दुनिया का सबसे खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है।

इसकी ताकत इतनी जबरदस्त है कि ये एक साथ 72 टारगेट को आसमान में ही भस्म कर सकता है।

चाहे वो पाकिस्तान के F-16 हों, उनके JF-17 हों, या कोई ड्रोन या क्रूज मिसाइल हो, S-400 के सुरक्षा घेरे को भेदना लगभग नामुमकिन है। इसकी रेंज सैकड़ों किलोमीटर तक है, जिसका मतलब है कि ये दुश्मन के विमानों को उनकी सीमा के पास ही मार गिरा सकता है।

“पाकिस्तान के F-16 या कोई भी विमान भारत की सीमा पार करने की सोच भी नहीं सकता।” यह S-400 जैसे सिस्टम की ताकत है।

तो सोचिए, एक तरफ आसमान का सिकंदर राफेल, जो दुश्मन के घर में घुसकर उसे तबाह कर सकता है (बिना घुसे भी!) और दूसरी तरफ S-400 का अभेद्य सुरक्षा घेरा, जो किसी भी घुसपैठ को नाकाम कर सकता है।

इस कॉम्बिनेशन के साथ, भारत की सुरक्षा अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है। ये सिर्फ हथियार खरीदना नहीं है, ये एक पूरी तरह से बदली हुई रक्षा रणनीति है।

“ये वही भारत है जो अब न सिर्फ आक्रमण करता है, बल्कि आक्रमण की हर कोशिश को शुरुआत में ही कुचल भी देता है।” यह नए भारत का आत्मविश्वास है। अब हम सिर्फ हमले का इंतजार करके बचाव नहीं करते, बल्कि हम दुश्मन की हर चाल को पहले ही भांप लेते हैं और उसे नाकाम कर देते हैं।

राफेल की रफ्तार, तेजस की बिजली (जो भारत का अपना शानदार फाइटर जेट है, वीडियो में इसका जिक्र 4:07 पर है), और S-400 की ढाल – ये तीनों मिलकर भारत को वो ताकत देते हैं जिसने पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी है।

यह कॉम्बिनेशन पाकिस्तान के लिए वो दहशत बन चुका है जिससे उनका कोई जनरल, कोई पायलट, कोई आतंकवादी अब बाहर नहीं निकल सकता।

भारत की नई रणनीति साफ है। अब दुश्मन को पता है कि हमला करने का अंजाम क्या होगा।

भारत की नई रणनीति क्रिस्टल क्लियर है। कोई कन्फ्यूजन नहीं। “हमला करोगे, तो जवाब ऐसा मिलेगा कि इतिहास बदल जाएगा।”

यह सिर्फ धमकी नहीं है, यह एक चेतावनी है। और इस बार, बदला सिर्फ जवाब बनकर नहीं आएगा।

यह एक चेतावनी भी होगा। एक सबक। एक ऐसा सबक जो पाकिस्तान की आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।

चेतावनी इस बात की कि भारत से टकराने का अंजाम क्या होता है।

अब गेंद पाकिस्तान के पाले में है। फैसला उन्हें करना है।

क्या वो फिर किसी आतंकी हमले की जुर्रत करना चाहते हैं, और राफेल तथा S-400 जैसे सिस्टम से मिलने वाले उस भयानक जवाब का सामना करना चाहते हैं? या वो आने वाली पीढ़ियों को बचाना चाहते हैं, उन्हें इस विनाश से दूर रखना चाहते हैं?

यह उनके लिए एक कठिन फैसला है। लेकिन यह फैसला उन्हें लेना ही होगा। क्योंकि भारत अब इंतजार करने वालों में से नहीं है। भारत अब अपनी शर्तों पर जवाब देता है।

पहलगाम में जो हुआ, वो एक दुखद घटना थी। लेकिन इसने भारत को और मजबूत होने का संकल्प दिया है। राफेल का आना उसी संकल्प का परिणाम है। यह दिखाता है कि भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।

यह सिर्फ हथियारों की बात नहीं है, यह इरादों की मजबूती की बात है। यह बात है उस आत्मविश्वास की जो एक मजबूत और सुरक्षित राष्ट्र को मिलता है। आज भारत आत्मविश्वास से भरा है, क्योंकि उसे पता है कि उसकी सेना दुनिया की बेहतरीन सेनाओं में से एक है, और उसके पास दुनिया के सबसे आधुनिक हथियार हैं।

पाकिस्तान को यह समझना होगा कि आतंकवाद को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करने का उनका पुराना खेल अब नहीं चलेगा।

भारत ने इस खेल का जवाब ढूंढ लिया है। और यह जवाब बहुत महंगा पड़ने वाला है।

राफेल और S-400 सिर्फ मशीनें नहीं हैं, ये उस नए भारत की सोच का प्रतीक हैं, जो अपनी सुरक्षा खुद करता है, जो किसी की धमकी से नहीं डरता, और जो जरूरत पड़ने पर दुश्मन को उसके घर में घुसकर सबक सिखाता है।

यह कहानी है भारत की बढ़ती ताकत की, उसके बदलते तेवर की, और पाकिस्तान के बढ़ते डर की।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, आपने देखा कि कैसे राफेल ने भारतीय वायुसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है और क्यों पाकिस्तान आज इतना डरा हुआ है। भारत की नई रक्षा रणनीति साफ है और यह हमारे दुश्मनों के लिए एक कड़ा संदेश है।

अब आपके लिए एक सवाल है, जैसा कि वीडियो में भी पूछा गया है: क्या आपको लगता है कि भारत को अब सीधे पाकिस्तान के भीतर घुसकर जवाब देना चाहिए? क्या वक्त आ गया है कि भारत अपने दुश्मनों को एक बार में हमेशा के लिए खामोश कर दे?

अपनी राय कमेंट्स में ज़रूर बताइएगा। आपकी राय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

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एक बार फिर, जय हिन्द!

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