आपने कभी सोचा है कि दुनिया का सबसे ताकतवर देश कौन सा है? या फिर ये कि हमारा प्यारा भारत इन देशों की लिस्ट में कहाँ खड़ा है? अगर नहीं, तो आज का ये वीडियो आपके लिए है!”
दोस्तों, इस समय दुनिया में 195 देश हैं, और हर देश अपनी ताकत को बढ़ाने में लगा हुआ है। लेकिन ताकत का मतलब सिर्फ पैसा या जमीन नहीं, बल्कि सबसे बड़ा पैमाना है – मिलिट्री पावर! सेना किसी भी देश की रीढ़ की हड्डी होती है। ये वही ताकत है जो देश को सुरक्षित रखती है, उसकी सीमाओं की रक्षा करती है, और दुनिया में उसकी इज्जत बढ़ाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी ताकत की होड़ ने दुनिया को दो बार विश्व युद्ध के खतरनाक दौर से गुजारा है? और आज भी रूस-यूक्रेन और इजराइल-फिलिस्तीन जैसे युद्ध चल रहे हैं। म्यांमार, बांग्लादेश जैसे देशों में तो हालात ऐसे हैं कि लोग एक-दूसरे के खिलाफ ही खड़े हो गए हैं। ऐसे में ताकतवर होना अब किसी देश की चाहत नहीं, बल्कि जरूरत बन गया है।
तो आज हम बात करेंगे ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स के मुताबिक दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली देशों की। ये वो देश हैं जिनकी ताकत का कोई जवाब नहीं, जिन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। और सबसे खास बात – इस लिस्ट में हमारे भारत की पोजीशन ऐसी है कि आपका सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा! तो चलिए, शुरू करते हैं!
- इटली – छोटा देश, बड़ी ताकत
“दसवें नंबर पर आता है इटली – वो देश जो पिज्जा और पास्ता के लिए तो मशहूर है ही, लेकिन अपनी मिलिट्री ताकत से भी दुनिया को हैरान करता है।”
इटली की आबादी सिर्फ 6 करोड़ है, यानी हमारे उत्तर प्रदेश से भी कम। लेकिन फिर भी ये दुनिया का दसवां सबसे ताकतवर देश है। इटली की सेना में सिर्फ 1,65,000 जवान हैं। अब आप सोच रहे होंगे – इतने कम सैनिकों के साथ ये कैसे टॉप 10 में है? जवाब है – उनकी कुशलता और तकनीक। ये जवान हर तरह के हथियार चलाने में माहिर हैं। इटली ने अमेरिका, जर्मनी, इजराइल, फ्रांस, ब्रिटेन और हमारे भारत जैसे देशों के साथ मिलकर हथियारों के सौदे किए हैं। यही वजह है कि उनके पास अत्याधुनिक हथियारों का भंडार है।
इटली के पास 800 हवाई जहाज, 61,000 बख्तरबंद गाड़ियाँ, 200 टैंक, 200 तोपें, 800 नौसैनिक जहाज, 2 एयरक्राफ्ट कैरियर और 90 फाइटर जेट हैं। इतने छोटे देश के लिए ये आंकड़े कमाल के हैं। एक बार की बात है, जब इटली ने अपनी नौसेना की ताकत दिखाने के लिए यूरोप के समुद्र में एक बड़ा अभ्यास किया था। उस वक्त पड़ोसी देशों को समझ ही नहीं आया कि इतना छोटा देश इतनी बड़ी ताकत कैसे रख सकता है। हमारे लिए ये सीखने वाली बात है कि सही रणनीति और तकनीक से कोई भी देश बड़ा बन सकता है।
- पाकिस्तान – पड़ोसी की ताकत और कमजोरी
“नौवें नंबर पर है हमारा पड़ोसी – पाकिस्तान। दोस्तों, इस देश की कहानी कुछ ऐसी है कि हँसी भी आती है और थोड़ा गुस्सा भी।”
1947 में भारत से अलग होने के बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव रहा है। खासकर कश्मीर के मुद्दे पर। पाकिस्तान ने करगिल युद्ध में हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन हमारे जवानों ने उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया । आज उनकी अर्थव्यवस्था इतनी कमजोर है कि वहाँ लोग भूख से जूझ रहे हैं। आटे की कमी है, बिजली नहीं है, कई इलाकों में अंधेरा छाया हुआ है। लेकिन फिर भी पाकिस्तान अपनी सेना पर पानी की तरह पैसा बहाता है।
पाकिस्तान की सेना में 6.5 लाख सक्रिय जवान और 5.5 लाख रिजर्व सैनिक हैं। उनके पास 387 फाइटर जेट्स, 1400 हवाई जहाज, 50,000 सैन्य वाहन, 3700 टैंक और 8 पनडुब्बियाँ हैं। वो न्यूक्लियर पावर भी है। लेकिन मजेदार बात ये है कि उनके ज्यादातर हथियार “मेड इन चाइना” हैं। अब आप तो जानते हैं, चाइना का माल कितना भरोसेमंद होता है – दो दिन में टूटने की गारंटी! एक बार तो उनके एक फाइटर जेट ने उड़ान भरते ही धुआँ छोड़ दिया था, और वो वापस जमीन पर आ गया। हमारे लिए ये सोचने वाली बात है कि ताकत सिर्फ हथियारों से नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता से आती है।
- तुर्की – दो महाद्वीपों का शेर
“आठवें नंबर पर है तुर्की – वो देश जो यूरोप और एशिया के बीच का पुल है।”
तुर्की की खासियत उसकी जगह है। ये यूरोप और एशिया को जोड़ता है, इसलिए कई व्यापारिक रास्ते यहाँ से गुजरते हैं। अमेरिका और रूस जैसे देश इसे अपने साथ लाना चाहते हैं। लेकिन ये फायदा भी है और मुसीबत भी। हर साल लाखों लोग तुर्की के रास्ते अवैध रूप से एक महाद्वीप से दूसरे में जाने की कोशिश करते हैं। अगर पकड़े गए, तो वहीं शरण ले लेते हैं।
तुर्की की सेना में 4,25,000 जवान हैं। ये नाटो के 32 देशों में अमेरिका के बाद सबसे ताकतवर सेना मानी जाती है। हर साल तुर्की अपने रक्षा बजट पर 32,000 करोड़ रुपये खर्च करता है। एक बार तुर्की ने अपनी सैन्य ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया कि पड़ोसी देशों को समझ आ गया कि इस “शेर” से पंगा नहीं लेना चाहिए। हमारे लिए तुर्की से सीख ये है कि सही जगह और सही ताकत का इस्तेमाल आपको दुनिया में अलग पहचान दे सकता है।
- जापान – तकनीक का जादूगर
“सातवें नंबर पर है जापान – छोटा सा देश, लेकिन ताकत में सबसे आगे।”
जापान के चारों तरफ चीन, रूस और नॉर्थ कोरिया जैसे देश हैं, जो हमेशा खतरा बने रहते हैं। फिर भी जापान ने अपनी सेना को इतना मजबूत बनाया कि कोई उससे टक्कर लेने से पहले सौ बार सोचे। यहाँ सिर्फ 2.5 लाख सैनिक हैं, लेकिन उनकी असली ताकत है – तकनीक। जापान ने हाइपरसोनिक मिसाइलें और आधुनिक नौसेना जहाज बनाए हैं।
जापान की आबादी 12.5 करोड़ है, लेकिन ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। बुलेट ट्रेन, इलेक्ट्रिक कार और रोबोट्स – ये सब जापान की देन हैं। एक बार जापान ने अपने रोबोट सैनिकों का टेस्ट किया, और वो इतने सटीक थे कि दुनिया हैरान रह गई। हमारे लिए जापान से सीख ये है कि मेहनत और इनोवेशन से आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।
- यूनाइटेड किंगडम – पुरानी शक्ति, नई ताकत
“छठे नंबर पर है यूनाइटेड किंगडम – वो देश जिसने कभी दुनिया पर राज किया था।”
एक जमाना था जब ब्रिटेन की हुकूमत में सूरज कभी डूबता नहीं था। लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के बाद उसकी ताकत कम हुई। फिर भी आज वो छठा सबसे ताकतवर देश है। यहाँ सिर्फ 1,40,000 जवान हैं, लेकिन उनकी रॉयल नेवी की बहादुरी मशहूर है। उनके पास अत्याधुनिक हथियार और तकनीक है।
एक बार ब्रिटेन ने अपनी नौसेना की ताकत दिखाने के लिए समुद्र में एक बड़ा ऑपरेशन किया, और दुनिया ने देखा कि पुरानी शक्ति अभी भी जिंदा है। हमारे लिए ये सबक है कि इतिहास भले पुराना हो, लेकिन सही इस्तेमाल से वो आज भी ताकत दे सकता है।
- साउथ कोरिया – डर को हरा कर बनी ताकत
“पांचवें नंबर पर है साउथ कोरिया – वो देश जो अपने दुश्मन के बावजूद चमक रहा है।”
साउथ कोरिया का पड़ोसी नॉर्थ कोरिया हमेशा धमकियाँ देता है। लेकिन साउथ कोरिया ने हार नहीं मानी। यहाँ 5 लाख सक्रिय जवान और 1.3 लाख रिजर्व सैनिक हैं। यहाँ पुरुषों के लिए कुछ साल मिलिट्री सर्विस जरूरी है, इसलिए उनकी सेना हमेशा तैयार रहती है। 2024 में उनका रक्षा बजट 45 बिलियन डॉलर था।
एक बार नॉर्थ कोरिया ने मिसाइल दागी, लेकिन साउथ कोरिया ने अपने डिफेंस सिस्टम से उसे हवा में ही खत्म कर दिया। हमारे लिए ये मिसाल है कि मुश्किल वक्त में भी हिम्मत से आप ताकतवर बन सकते हैं।
- भारत – हमारा गर्व
“चौथे नंबर पर है हमारा भारत – वो देश जिसने 80 साल में दुनिया को अपनी ताकत दिखा दी।”
1947 में आजादी के वक्त हमारे पास 4 लाख सैनिक थे, लेकिन हथियारों की कमी थी। हालात इतने बुरे थे कि सैनिकों के पास ढंग की बंदूकें तक नहीं थीं। लेकिन आज भारत दुनिया का चौथा सबसे ताकतवर देश है। हमारी सेना में 14.5 लाख सक्रिय और 11.5 लाख रिजर्व जवान हैं। टैंक, जहाज, पनडुब्बियाँ, फाइटर जेट – सब कुछ हम खुद बना रहे हैं। हम न्यूक्लियर पावर भी हैं।
2024 में भारत ने 75 बिलियन डॉलर डिफेंस पर खर्च किए। हमारे पास 600 फाइटर जेट, 2300 हवाई जहाज, 4600 टैंक, 1.5 लाख सैन्य वाहन और 18 पनडुब्बियाँ हैं। एक बार कारगिल में हमारे जवानों ने दुश्मन को ऐसा सबक सिखाया कि दुनिया देखती रह गई। ये हमारी मेहनत और आत्मनिर्भरता का नतीजा है।
- चीन – विशाल लेकिन सवालों में
“तीसरे नंबर पर है चीन – हमारा पड़ोसी जो अपनी ताकत से डराता भी है और हँसाता भी।”
चीन की सेना में 20 लाख जवान हैं। 2023 में उसने 300 बिलियन डॉलर अपनी सेना पर खर्च किए। उनकी मैन्युफैक्चरिंग ताकत ने उन्हें पैसा दिया, जिसे वो हथियारों में लगाते हैं। लेकिन कई रिपोर्ट्स कहती हैं कि उनके हथियार दिखावटी हैं। एक बार उनकी मिसाइल टेस्ट में फेल हो गई, और दुनिया में हँसी का पात्र बन गई। हमारे लिए ये सीख है कि ताकत दिखाने से ज्यादा उसका सही इस्तेमाल मायने रखता है।
- रूस – मुश्किलों में भी मजबूत
“दूसरे नंबर पर है रूस – वो देश जो हर चुनौती में खड़ा रहा।”
यूक्रेन युद्ध और प्रतिबंधों के बावजूद रूस की सेना में 15 लाख जवान हैं। उनके पास अपने बनाए हथियार हैं – टैंक, फाइटर जेट, पनडुब्बियाँ। भारत और रूस की दोस्ती भी मशहूर है। एक बार रूस ने अपने हथियारों का ऐसा प्रदर्शन किया कि दुश्मन डर गए। ये दिखाता है कि सच्ची ताकत अंदर से आती है।
- अमेरिका – दुनिया का बॉस
“पहले नंबर पर है अमेरिका – वो देश जो हर मामले में नंबर वन है।”
अमेरिका का सैन्य बजट 816 बिलियन डॉलर है। यहाँ 13 लाख सक्रिय और 8 लाख रिजर्व जवान हैं। उनकी तकनीक और ताकत बेमिसाल है। एक बार उन्होंने समुद्र में अपनी ताकत दिखाई, तो दुनिया समझ गई कि ये “बॉस” क्यों है। हमारे लिए ये सपना है कि एक दिन भारत भी यहाँ पहुंचे।
निष्कर्ष (Conclusion)
“तो दोस्तों, ये थे दुनिया के 10 सबसे ताकतवर देश। भारत का चौथा स्थान हमें गर्व देता है। हमारी मेहनत और आत्मनिर्भरता हमें और ऊपर ले जाएगी। आप क्या सोचते हैं? कमेंट में ‘जय हिंद’ लिखकर बताएं। वीडियो को लाइक करें, शेयर करें, और चैनल को सब्सक्राइब करें। धन्यवाद!”